Key
Points of BJP Manifesto on रोजगार
और उद्यमिता
1. भारी
प्रभाव वाले क्षेत्रों, जैसे
श्रम आधारित विनिर्माण (कपड़ा, जूता, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान एसेंबलिंग
आदि) और पर्यटन का रणनीतिक आधार पर विकास करेंगे।
2. कृषि
और संबंधित उद्योगों और खुदरा क्षेत्र जैसे परंपरागत रोजगार के साधनों को
आधुनिकीकरण के साथ ही कर्ज की सुविधा बढ़ाकर और बाजार संपर्कों के जरिए मजबूत
करेंगे।
3. रोजगार
की संभावनाओं को देखते हुए बुनियादी ढांचे और आवास क्षेत्र के उन्नयन से तैयार
होने वाले अवसरों का लाभ उठाएंगे।
4. अपने
युवाओं को उद्यमिता तथा ऋण की सुविधा के जरिए स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित और
सशक्त करेंगे।
5. अभियान
भाव से बहु-कौशल कार्यक्रम शुरू करके रोजगार की समस्या हल करेंगे। इसमें ग्रामीण
और शहरी, दोनों क्षेत्रों में
रोजगार सृजन और उद्यमिता पर जोर दिया जाएगा।
6. अपने
रोजगार कार्यालयों को भविष्य निर्माण केन्द्रों के रूप में बदलेंगे - प्रौद्योगिकी
के इस्तेमाल के जरिए पारदर्शी और कारगर तरीके से युवाओं को रोजगार के अवसरों से
जोड़ा जाएगा। साथ ही उन्ह परामर्श और प्रशिक्षण मुहैया कराया जाएगा।
7. पर्यटन
और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे अधिक रोजगार सृजन के अवसरों को बढ़ावा दिया जाएगा।
8. पूर्वोत्तर
में घुसपैठ और अवैध प्रवासियों की समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा।
9. सुशासन, बेहतर बुनियादी ढांचा, शैक्षणिक अवसर, स्वास्थ्य सेवा और अधिक रोजगार
सृजन के लिए सारे कदम उठाए जाएँगे,
ताकि घाटी में जीवन की बेहतर गुणवत्ता हो सके।
10. शहरी
और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में सूचना प्रोद्योगिकी आधारित नौकरियों का सृजन किया
जाएगा
11. मुक्त
स्रोत और मुक्त मानक साफ्टवेयर को बढ़ावा दिया जाएगा।
12. कृषि
और सम्बद्ध गतिविधियों में ग्रामीण निर्धनों को नौकरी देना
13. शहरी
गरीबों को कौशल विकसित करने में सक्षम करना ताकि वे भी उभरते हुए मौकों की लाभ उठा
सकें.
14. आदिवासियों
के लिए एक शिक्षा नेटवर्क का स्थापन करना
15. नई
आर्थिक गतिविधियों की शुरुआत करना
16. आदिवासी
संस्कृति से जुड़े उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन स्थलों और दूसरे स्थानों
पर आदिवासी बाजार खोले जाएंगे।
17. जंगल
से निकलने वाले उत्पादों को बाजारों तक पहुंचाया जाएगा और ग्रामीण हाटों का एक
नेटवर्क बनाया जाएगा
18. आजीविका
और उद्यमिता अवसरों में विविधता प्रदान कर सशक्त करना
19. उनकी
परंपरागत शिल्पकारी और उद्यमशीलता को बढ़ावा दिया जाएगा, जो हमारे कुटीर और लघु उद्योग का आधार है। इन क्षेत्रों के बेहतर रूप से
बाजार से जोड़कर, उनकी
ब्रांडिंग कर और कर्ज की सुविधा उपलब्ध कराकर मजबूती प्रदान की जाएगी।
20. नए
प्रयोगों, आविष्कारों एवं
उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए भाजपा देश भर में जिला स्तर पर कार्यक्रम
चलाएगी।
21. महिलाओं
के लिए समर्पित आईटीआई और अन्य आईटीआई में महिला शाखाओं की स्थापना करते हुए हम
कौशल और प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाओं को समर्थ बनाएंगे।.
22. महिलाओं
के लिए विशेष कौशल प्रशिक्षण एवं कारोबारी प्रशिक्षण पार्क बनाए जाएंगे।
23. महिलाओं
के लिए विशेष कारोबार सुविधा केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।
24. आंगनबाड़ी
कामगारों की कार्य-परिस्थितियों की समीक्षा की जाएगी और उनके वेतन में वृद्धि की
जाएगी।
25. हम
कार्य-प्रशिक्षण अधिनियम की इस तरह समीक्षा करेंगे कि वह हमारे युवाओं के लिए
सीखने के दौरान ही आय सृजन का अवसर देने लगे।
26. व्यापक
स्तर पर ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और वर्चुअल कक्षाओं की स्थापना की जाएगी ताकि इसे
कामकाजी लोगों एवं घरेलू महिलाओं को लिए यह अपना ज्ञान एवं योग्यता बढ़ाने के लिए
सुगम बनाया जा सके।
27. स्व-रोजगार
के लिए नए क्षेत्रों, परिवार
संचालित कारोबारों, उद्यमशीलता
एवं नए प्रयोगों के लिए पत्राचार पाठ्यक्रम शुरु किए जाएंगे और ये कोर्स महिलाओं
के लिए निशुल्क होंगे। इसका लक्ष्य है होगा उभरते क्षेत्रों में पैदा किए जा रहे
रोजगारों के लिए युवाओं को तैयार करना,
नए प्रयोगों एवं उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देना ताकि ज्यादा रोजगार पैदा
हों एवं आमदनी हो।
28. कौशल
आंकलन- भारत के लिए आवश्यक अपने राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास की योजना रणनीतिक रूप
से बनाना (जैसे इंजीनियर, वास्तुकार, चिकित्सक, नर्स, वकील, लेखाकारों, बढ़ई लुहारों आदि )
29. एक
‘‘राष्ट्रीय बहु-कौशल
अभियान’’ को आरंभ किया जाएगा।
30. हम
रोजगारपरक कौशलों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए शाम को लघु कालिक पाठ्यक्रम का
संचालन करेंगे।
31. उद्योगों
के अनूकूल श्रमशक्ति सुनिश्चित करने के लिए हम उद्योग, विश्वविद्यालयों एवं सरकार को एक साथ लाएंगे।
32. हम
बड़े पैमाने पर रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण को बढ़ावा देंगे। औपचारिक शिक्षा एवं कौशल
विकास के कड़े पृथक्कीकरण को तोड़ा जाएगाः रोजगारमुखी अर्हताओं को अकादमिक समकक्षता
प्रदान करने के लिए एक प्रणाली का विकास किया जाएगा।
33. हम
निरन्तर शिक्षा के जरिए योग्यताओं को अद्यतन रखने के लिए तथा प्रोन्नत करने के लिए
संस्थागत प्रणालियां भी तैयार करेंगे ताकि उन्हें रोजगारयोग्य बनाया जा सके।
34. रोजगारपरकता
बढ़ाने के लिए हम साॅफ्ट कौशल प्रदान करने पर ज्यादा जोर देंगे। इसमें विदेशी
भाषाओं पर एक राष्ट्रीय कार्यक्रम भी शामिल किया जाएगा।
35. लोगों
खासकर युवाओं के लिए कम्प्यूटर साक्षरता के जरिए डिजिटल सशक्तिकरण के लिए एक
राष्ट्रीय कार्यक्रम चलाया जाएगा।
36. हम
प्रारंभिक अवस्था से ही अपने युवाओं की क्षमता एवं प्रतिभा का आकलन करेंगे, ताकि उन्हें उसी के अनूरूप
विकसित किया जा सके।
37. हम
ज्यादा व्यावहारिक एवं शोध प्रशिक्षण पर जोर देंगे; इंटर्नशिप एवं कार्य-प्रशिक्षणों के जरिए वास्तविक दुनिया का अनुभव हासिल
करने को प्रोत्साहन देंगे।
Compiled by Shri Rimapl Johal, Translated by Smt Sonali Mishra
Concept and Editing by :
Shri Paritosh Vyas
National co Convener
BJp Samvad Cell
8100777007/ 9327163605
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